इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा अपना एक अध्ययन केन्द्र (Study Centre) डी० एन० कालेज, फतेहगढ़ में 26 अप्रैल 1996 में खोला गया था। इग्नू के इस अध्ययन केन्द्र को कालेज में प्रारम्भ करने की सद्प्रेरणा सन् 1993 में कालेज के प्राचार्य डा० भोला सिंह ने दी थी और उस विकास-सूत्र को अथक परिश्रम द्वारा पत्र-व्यवहार, निरीक्षण आदि के सोपानों को पार करते हुए तत्कालीन भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ० एम० एल० सोनी ने 1996 में मूर्त रूप प्रदान करने में अपना योगदान दिया। जनपद की इस अग्रणी संस्था में दूर शिक्षा पद्धति के श्रीगणेश में भारत सरकार के तत्कालीन उपमंत्री श्री सलमान खुर्शीद तथा प्रबन्ध तंत्र के वर्तमान अध्यक्ष राजा दिग्विजय नारायण सिंह के सहपाठी और भारत सरकार के वर्तमान वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री कमल नाथ के योगदान हेतु यह संस्था ऋणी रहेगी। इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा की ही भाँति दूर शिक्षा पद्धति के श्रीगणेश में भी डी० एन० कालेज इस क्षेत्र में अग्रणी है। इग्नू के डी० एन० कालेज, फतेहगढ़ अध्ययन केन्द्र के कोआर्डीनेटर डॉ० विनोद कुमार तिवारी हैं।
‘शिक्षा मानव को बन्धनों से मुक्त करती है और आज के युग में तो यह लोकतंत्र की भावना का आधार भी है। जन्म तथा अन्य कारणों से उत्पन्न जाति और वर्गगत विषमताओं को दूर करते हुए मनुष्य को इन सबसे ऊपर उठाती है।' इन्दिरा गाँधी के इस ध्येय वाक्य के प्रतिष्ठित लक्ष्य सहित इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) 1985 में संसद के अधिनियम (1985 का अधिनियम संख्या 50) द्वारा स्थापित केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। इग्नू की डिग्रियाँ / डिप्लोमा / प्रमाणपत्र भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) के सभी सदस्यों द्वारा मान्यता प्राप्त है और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के परिपत्र संख्या एफ 1-8/92 (सी. पी. पी.) तारीख फरवरी 1992 और ए. आई. यू. परिपत्र संख्या ई V / बी (449)/94 / 176915-17115 तारीख जनवरी 1994 के तहत सभी भारतीय विश्वविद्यालयों/ समविश्वविद्यालयों/संस्थाओं की डिग्री / डिप्लोमा प्रमाणपत्रों के समतुल्य है ।
राष्ट्र मंडल में विशालतम मुक्त विश्वविद्यालय के रूप में इग्नू के आविर्भाव ने और इग्नू में दूर शिक्षा परिषद् की 1992 में स्थापना ने मुक्त शिक्षा विकास में क्रान्ति ला दी है। इग्नू की शिक्षा सेमेस्टर - पद्धति पर आधारित है। इसका एक सत्र जुलाई में और दूसरा सत्र जनवरी में प्रारम्भ होता है। सभी प्रकार के स्नातकोत्तर और स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम जुलाई सत्र से और उच्च डिप्लोमा, डिप्लोमा और प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम जनवरी सत्र से प्रारम्भ होते हैं। जुलाई से प्रारम्भ होने वाले पाठ्यक्रमों के पंजीकरण हेतु प्रास्पेक्टस मई और जून जून में तथा जनवरी से प्रारम्भ होने वाले पाठ्यक्रमों के पंजीकरण हेतु प्रास्पेक्टस नवम्बर और दिसम्बर में क्षेत्रीय कार्यालयों तथा विभिन्न अध्ययन केन्द्रों पर उपलब्ध रहते हैं। वर्ष में दो बार जून और दिसम्बर में सत्रान्त परीक्षायें सम्पन्न होती हैं।
(1.) बी० पी० पी०
(2.) सी०एफ० एन०
(3.) सी० सी० पी०
(4.) सी० टी० पी० एम०
(5.) सी० डब्ल्यू० ई० डी०
(6.) पी० जी० डी० आर० डी०
(7.) एम० ए० एच०
(8.) एम० ई० जी०
(9.) एम० एच० डी०
(10.) एम० ए० एस०
(11.) एम० पी० एस०
(12.) एम० ई० सी०
(13.) एम० पी० ए०
(14.) एम० काम०
(15.) बी० डी० पी० (बी० ए०)
(16.) बी० डी० पी० (बी० काम०)
(17.) बी० एस० डब्ल्यू० तथा एम० एस० डब्ल्यू०
- स्नातक प्रारम्भिक उपाधि कार्यक्रम (Bachelor's Preparatory Programme). - अवधि 6 माह
- भोजन और पोषण में प्रमाणपत्र (Certificate in Food and Nutrition ) - अवधि 6 माह
- उपभोक्ता संरक्षण में प्रमाणपत्र (Certificate in Consumer Protection) - अवधि 6 माह
- प्राथमिक विद्यालय गणित शिक्षण में प्रमाणपत्र (Certificate in Teaching Primary Maths.)- अवधि 6 माह
- नारी शक्तिकरण और विकास में प्रमाणपत्र (Certificate in Women Empowerment and Development) - अवधि 6 माह
- ग्राम विकास में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (Post graduate Diploma in Rural Development)- अवधि एक वर्ष
- इतिहास में स्नातकोत्तर (Master Degree in History) - अवधि दो वर्ष
- अंग्रेजी में स्नातकोत्तर (Master Degree in English) - अवधि दो वर्ष
- हिन्दी में स्नातकोत्तर (Master Degree in Hindi) - अवधि दो वर्ष
- राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर (Master Degree in Poli. Sci.) - अवधि दो वर्ष
- समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर (Master Degree in Sociology). अवधि दो वर्ष
- अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर (Master Degree in Economics) अवधि दो वर्ष
- लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर (Master Degree in Public Administration). अवधि दो वर्ष
- अवधि दो वर्ष
- कला स्नातक (Bachelor's Degree in Arts). अवधि तीन वर्ष
- वाणिज्य स्नातक (Bachelor's Degree in Commerce). अवधि तीन वर्ष
- हिन्दी माध्यम - अवधि दो/तीन वर्ष
किसी भी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय / संस्थान में अध्ययनरत छात्र / छात्राएँ भी साथ-साथ इग्नू के पाठ्यक्रमों का अध्ययन भी कर सकते हैं।